Namaste
Just thought of starting a simple thread on Ghalib Sahab.
I will be putting some good material from ghalib over here with comments.
दोस्त, गमख्वारी में मेरी सई फरमाएंगे क्या (मतलब मुसीबत के समय दोस्त क्या मेरी मदद करेंगे )
ज़ख्म के भरने तलक, नाखून न बढ़ जायेंगे क्या ?
बे नियाजी (किसी को नफरत से उसकी उपेक्षा करना)
बे नियाजी हद से गुजरी, बंदा-परवर कब तलक
हम कहेंगे हालेदिल और आप फरमाएंगे, क्या ? (मतलब बात को सुन कर भी अनसुना करना बेइज्जती करने के लिए )
गर किया नासेह ने हमको कैद, अच्छा यूँ सही
ये जुनूने इश्क के अंदाज़ छूट जायेंगे क्या ?
है अब इस मामूरा (बस्ती) में कहते गमे उल्फत 'असद' (असद ग़ालिब का असली नाम था और मतलब ये कि अब इस बस्ती में दुःख की कमी है )
हमने ये माना कि दिल्ली में रहें, पर खायेंगे क्या ?
Just thought of starting a simple thread on Ghalib Sahab.
I will be putting some good material from ghalib over here with comments.
दोस्त, गमख्वारी में मेरी सई फरमाएंगे क्या (मतलब मुसीबत के समय दोस्त क्या मेरी मदद करेंगे )
ज़ख्म के भरने तलक, नाखून न बढ़ जायेंगे क्या ?
बे नियाजी (किसी को नफरत से उसकी उपेक्षा करना)
बे नियाजी हद से गुजरी, बंदा-परवर कब तलक
हम कहेंगे हालेदिल और आप फरमाएंगे, क्या ? (मतलब बात को सुन कर भी अनसुना करना बेइज्जती करने के लिए )
गर किया नासेह ने हमको कैद, अच्छा यूँ सही
ये जुनूने इश्क के अंदाज़ छूट जायेंगे क्या ?
है अब इस मामूरा (बस्ती) में कहते गमे उल्फत 'असद' (असद ग़ालिब का असली नाम था और मतलब ये कि अब इस बस्ती में दुःख की कमी है )
हमने ये माना कि दिल्ली में रहें, पर खायेंगे क्या ?